ये हम पर निर्भर है, ठहराव सिर्फ पड़ाव है मंजिल नहीं। ये हम पर निर्भर है, ठहराव सिर्फ पड़ाव है मंजिल नहीं।
उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।। उजाला बनकर रहना मेरे जीवन में, सुबह हो या शाम।।
वरना अमीर, नवाब जो न पा सके सुकून वो एक फकीर ने दे दी। वरना अमीर, नवाब जो न पा सके सुकून वो एक फकीर ने दे दी।
'कसमे-वादे इन्सान के जीने के नजरिये को बदल देते है, अपने वादों के लिए इन्सान हर मुसीबत और कठिनायी से... 'कसमे-वादे इन्सान के जीने के नजरिये को बदल देते है, अपने वादों के लिए इन्सान हर ...
लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में। लगता है जैसे घोर अंधकार जीवन में।
संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार। संघर्ष में स्वयं को निखारते हुए बिखेरेंगे खुशियाँ हर बार।